संत बाबा राम सिंह

संत बाबा राम सिंह ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है उनके एक शिष्य ने बताया कि संत
बाबा राम सिंह का करनाल के सिविल हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को सिंगला ले जाया जाएगा नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के
आंदोलन के बीच संत बाबा राम सिंह ने बुधवार को आत्महत्या कर ली।
बाबा जी का जन्म जगराओं पंजाब में हुआ था वह छः बहनों के इकलौते भाई थे बाबाजी करनाल के गांव
सिंगरा के गुरुद्वारा संचालक थे।

पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है बाबा राम सिंह सिंघु बॉर्डर पर किसानों के धरने में शामिल हुए
थे। बताया जा रहा है उन्होंने किसानों के समर्थन में खुद को गोली मार ली है वे सिंगला वाले बाबा जी के नाम
से भी प्रसिद्ध थे।

वह नानकसर संप्रदाय से जुड़े हुए थे उनके नजदीकी ने बताया है कि वह किसान समस्याओं और मौजूदा
किसान हालातों को लेकर काफी दुखी थे।

उन्होंने सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें उन्होंने लिखा है कि किसानों का दुख देखा है अपने हक के लिए सड़कों पर उन्हें देखकर मुझे दुख हुआ है सरकार इन्हे न्यायनहीं दे रही है जो कि जुल्म है और जुल्म करता है वह पापी है जुल्म सहना भी पाप है, किसी ने किसानों के हक के लिए तो किसी ने जुल्म के खिलाफ कुछ किया है, किसी ने पुरस्कार वापस करके अपना गुस्सा जताया है किसानों के हक के लिए सरकारी जुल्म के गुस्से के बीच सेवादार आत्मदाह करता है यह जुल्म के खिलाफ आवाज है, किसानों के हक की आवाज है वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह सोनीपत पुलिस ने यह बयान जारी किया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है…