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कोरोना के कहर के बीज रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 5 मई 2021 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर से पैदा हुए आर्थिक चुनौतियों पर बात की। इस बीच उनका एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है ‘आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत ने साल 2022 की दूसरी छमाही तक वैक्सीन सभी  के लिए उपलब्ध होगी ऐसा कहा’

लोग इस बात को लेकर हैरानी जता रहे हैं कि आखिर देश में लोगों को वैक्सीन कब तक लगेगी इसकी घोषणा आरबीआई गवर्नर कैसे कर सकता है। जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसा कोई बयान जारी किया ही नहीं है। दरअसल यह बयान सबसे पहले डीडी न्यूज़ ने ट्विटर पर पोस्ट किया था। बाद में डीडी न्यूज़ ने उसे डिलीट कर दिया।

आरबीआई गवर्नर ने नहीं दिया कोई बयान

एंटी फेक न्यूज बोर्डरूम ने पाया कि आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है कि 2022 के अंत तक वैक्सीन सभी के लिए उपलब्ध होगी। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के वैश्विक आर्थिक वृद्धि से जुड़े कुछ पूर्वानुमान के बारे में बता रहे थे। डीडी न्यूज़ के ट्विटर पर उनका अधूरा बयान पोस्ट किया गया था,जिसे लेकर भ्रम फैला दिया गया। वैसे तो डीडी न्यूज़ ने अपना गलत पोस्ट डिलीट कर दिया। लेकिन तब तक यह सोशल मीडिया विशेष रूप से ट्विटर पर वायरल हो चुका था।

क्या है सच्चाई

5 मई 2021 को शक्तिकांत दास की प्रेस कॉन्फ्रेंस का लाइव वीडियो भारतीय रिजर्व बैंक के यूट्यूब चैनल पर देखा। इस वीडियो के जिस हिस्से को लेकर डीडी न्यूज़ ने ट्वीट किया था उसमें वह कह रहे हैं अप्रैल 2021 के अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने साल 2021 के वैश्विक आर्थिक वृद्धि पूर्वानुमान की दर को 6% कर दिया। इस वृद्धि की वजह से धारणा थी कि विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों और उभरते बाजार वाली अर्थव्यवस्थाओं के नागरिकों को साल 2021 की गर्मियों तक वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। इसी तरह बाकी सभी देशों में भी साल 2022 की दूसरी छमाही तक वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी।

इस बयान में सिर्फ भारत में वैक्सीन उपलब्धता की नहीं बल्कि सारी दुनिया में वैक्सीन उपलब्धता  की बात हो रही थी। हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें गवर्नर शक्तिकांत दास के हवाले से लिखा हो कि 2022 के अंत तक वैक्सीन सभी भारतीयों के लिए उपलब्ध होगी। अगर उन्होंने सच में ऐसा कोई बयान दिया होता तो सभी विश्वसनीय मीडिया वेबसाइट पर में इससे जुड़ी खबरें होती।

जांच करने से साफ पता चला है कि गवर्नर शक्तिकांत दास ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पूर्वानुमान से जुड़ा बयान तो दिया था लेकिन उसमें भारत में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में वैक्सीन की उपलब्धता पर बात कही गई थी। डीडी न्यूज़ ने ट्विटर पर इस बयान को गलत तरीके से पेश कर दिया, जिससे कि यह भ्रम फैला।